
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला किया। शहबाज शरीफ सरकार के झूठ का पर्दाफाश किया पाकिस्तान के अखबार डॉन ने। जानिए कैसे फर्जी दावे संसद में किए गए और कैसे हुआ उनका भंडाफोड़।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सटीक जवाबी कार्रवाई
7-8 मई की दरम्यानी रात भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। इस मिशन के तहत भारत ने अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइलों का उपयोग किया। यह हमला सीधे तौर पर उन आतंकियों के खिलाफ था, जो पहलगाम हमले के पीछे थे।
इस ऑपरेशन की योजना न केवल गोपनीय रूप से तैयार की गई थी, बल्कि इसे पूरी तरह सटीकता और ताकत के साथ अंजाम भी दिया गया। इसका असर यह हुआ कि पाकिस्तान की सरकार और उसकी सेना बौखलाकर झूठे प्रचार में लग गई।
शहबाज शरीफ सरकार की झूठ की फैक्ट्री
जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और विदेश मंत्री इशाक डार ने एक के बाद एक फर्जी दावे करना शुरू कर दिया। उनका प्रयास था कि पाकिस्तानी जनता को यह दिखाया जाए कि पाकिस्तानी एयरफोर्स (PAF) ने भारत के हमले का जवाब मजबूती से दिया।
लेकिन सच्चाई इससे उलट थी। न तो PAF भारत की मिसाइलों का सामना कर पाई, न ही कोई जवाबी कार्रवाई हुई। इसकी पुष्टि खुद पाकिस्तान के ही बड़े मीडिया हाउस ने की।
AI तस्वीर और टेलीग्राफ अखबार का झूठा हवाला
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में खड़े होकर यह दावा किया कि ब्रिटेन का प्रसिद्ध अखबार टेलीग्राफ ने PAF को “आसमान का बेताज बादशाह” बताया है। उन्होंने एक अखबार की कटिंग दिखाते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया भी PAF की बहादुरी को सराह रहा है।
लेकिन कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर उस अखबार की कटिंग की पोल खुल गई। टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों ने बताया कि वह इमेज पूरी तरह से AI के ज़रिए तैयार की गई थी। फॉन्ट, लेआउट और हेडिंग्स में स्पष्ट गड़बड़ियां थीं, जिससे यह साबित हुआ कि वह नकली है।
डॉन अखबार ने किया फैक्ट चेक
पाकिस्तान के ही प्रतिष्ठित अखबार डॉन ने इस मुद्दे पर पूरी तहकीकात की और बताया कि जिस टेलीग्राफ रिपोर्ट का हवाला दिया गया, वह पूरी तरह फर्जी है। डॉन ने इशाक डार के बयान का फैक्ट चेक कर यह बताया कि न तो टेलीग्राफ ने ऐसी कोई रिपोर्ट छापी है, न ही PAF को किसी तरह की अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है।
डॉन ने लिखा:
“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के वरिष्ठ नेता संसद में खड़े होकर अंतरराष्ट्रीय अखबारों की नकली रिपोर्ट का सहारा लेकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।”
पाकिस्तान की झूठ बोलने की पुरानी आदत
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह के झूठे दावे किए हों। जब भी भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई होती है, पाकिस्तान उसका जवाब सच्चाई से नहीं, बल्कि झूठे दावों से देता है। सर्जिकल स्ट्राइक (2016), बालाकोट एयर स्ट्राइक (2019) और अब ऑपरेशन सिंदूर—हर बार पाकिस्तान की सरकार और मीडिया ने झूठे वीडियो, फोटो या अखबार की कटिंग के ज़रिए झूठ फैलाने की कोशिश की है।
भारत की कूटनीतिक और सैन्य रणनीति का असर
ऑपरेशन सिंदूर केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की स्पष्ट कूटनीतिक नीति का हिस्सा थी। भारत ने साफ संदेश दिया कि वह आतंकी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। इस ऑपरेशन ने यह भी साबित किया कि भारत के पास आधुनिक हथियारों और तकनीकों की कोई कमी नहीं है।
ब्रह्मोस मिसाइल से किया गया हमला न केवल सटीक था, बल्कि दुश्मन के होश उड़ाने वाला भी था। इसकी रेंज और स्पीड ने PAF को कोई मौका ही नहीं दिया जवाबी कार्रवाई का।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: भारत के पक्ष में माहौल
दुनिया के कई देशों ने भारत के ऑपरेशन को आत्मरक्षा का उचित अधिकार माना। अमेरिका, फ्रांस, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश भारत की संप्रभुता और आतंकवाद के खिलाफ उसके संकल्प के साथ खड़े दिखाई दिए। इस हमले के बाद पाकिस्तान की वैश्विक छवि और खराब हो गई।
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान बना मज़ाक का पात्र
इशाक डार के फर्जी अखबार कटिंग को लेकर सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ाया गया। यूज़र्स ने AI जनित इमेज के पिक्सेल डिटेल्स से लेकर फॉन्ट तक का विश्लेषण किया और बताया कि यह एक सस्ता प्रचार है। कई पाकिस्तानी यूजर्स ने भी डार को आड़े हाथों लिया और कहा कि अब सरकार को सच्चाई से काम लेना चाहिए, न कि प्रोपेगंडा से।
भारत की जनता को मिला गर्व का कारण
भारत के नागरिकों में इस ऑपरेशन के बाद गर्व की भावना और भी गहरी हो गई। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा। भारतीय वायुसेना की कार्यशैली और सरकार के फैसले की तारीफ की गई। सेना के जवानों के साहस और देशभक्ति के लिए लोग भावुक होकर पोस्ट कर रहे थे।
झूठ की उम्र ज्यादा नहीं होती
पाकिस्तान की सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे सच्चाई से भागते हैं और झूठ की आड़ में अपनी असफलताओं को छुपाना चाहते हैं। लेकिन इस बार खुद पाकिस्तान के मीडिया ने उनके झूठ को उजागर कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य और कूटनीतिक नीति का स्पष्ट उदाहरण है। यह दिखाता है कि भारत अब सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि ठोस, सटीक और निर्णायक कार्रवाई करता है।